माता-पिता दा सुपर हीरो | Parents Da SuperHero
“माता
पिता दा सुपर हीरो”
इस पोस्ट के माध्यम से | हमारा एक छोटा सा प्रयास है जो हमें हमारे माता-पिता का महत्त्व और कर्तव्य
सिखायेगा | हमारा जीवन हमारे माता-पिता से शुरू होता है |
और माता-पिता के हम पर इतने ऋण होते हैं कि हम उनसे कभी स्वप्न में भी उऋण नहीं हो सकते | इसलिए हमें अपने
माता-पिता की तन मन से सेवा करनी चाहिए |
हम लोगों से गलतियाँ भी बहुत हुई होंगी
| जो हमने अपने माता-पिता की बातों को न मानकर, अच्छी बातों
की अवहेलना करके, बातों को न सुनकर | इन्हें सुधारने का प्रयास करना चाहिए यह प्रयास तभी कर सकते है जब आप अपने माता-पिता के बारें में यह सोचें कि हमारे माता-पिता जो
हमें बातें कहते हैं वो बातें हमारे भले के
लिए हमारे अच्छे के लिए ही कहते हैं | यह विचार आपके मन में होगा तभी आपको अपने पिता की बातें अच्छी लगनें लगेंगी | जब आप अपने माता-पिता की बातों को Negative न सोचकर Positive सोचने लगोगे तब आपको अपने माता-पिता की बातें अच्छी लगेंगी | जो आपके माता-पिता के प्रति आपके मन में जो कड़वाहट है उसे पहले
अपने मन से निकाल के फैंक दो |
क्या आपने
कभी सोचा हैं की आपके माता-पिता ने आपके बचपन में आप की बातों को आपकी जिद ( जो आपने किसी वस्तु या खिलौना पाने के लिए की
हो ) को न सुना हो उस वस्तु को पाने के
लिए आपकी मदद न की हो | आपके माता-पिता ने आपकी इच्छाओं को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत की होगी, आपको खुश रखने के
लिए बहुत से काम किए होगें |लेकिन जब हम बड़े हो जाते है तो हमें आपने माता -पिता की बाते अच्छी
नहीं लगती हम यह भूल जाते हैं की उन्होंने ही आपका पालन पोषणा किया हैं और हमें यह काम यह मेहनत कभी
दिखती ही नहीं है | और इसका कारण सिर्फ एक है वो हैं आपके विचार वो विचार जो आप को control करते
हैं आप उन्हें नहीं | जो आपके माता-पिता की बातों को negative
way में सोचने पर आपको मजबूर करते हैं | इसी कारण से आपके माता-पिता
की अच्छी बाते आपको बुरी लगने लगती हैं और आप उन्हें यह कहकर टाल देते है “की यह
तो भाषणा देते रहते हैं, इन का तो यही काम है कि हर बात पर भाषणा देना” फिर आप यह कहते है कि हमारे पिता ने
हमसे कभी अच्छे से बात नहीं की हमेशा मुझे डाटा है कभी अच्छे से बैठकर बात नहीं की | यह तब हो सकता है जब आप अपने विचारों को सुधारने का प्रयास
करेंगे | हमें अपने माता-पिता कि बातें अच्छी न लगकर
हमें दूसरों की बातें ज्यादा अच्छी लगती हैं | यह बात आप को याद रखनी चाहिए कि आपके संरक्षक (माता-पिता) जिन्होंने जन्म दिया वो अपने
बच्चे के बारें में कभी बुरा सोच ही नहीं सकते | प्रकृति का हर जीव- जीवन भर अपने
बच्चों के पालन-पोषण व संरक्षण में समर्पित रहकर स्वयं को समाप्त कर देता है |
Post written by Team Members
Date:- sept-22-2019
Date:- sept-22-2019
माता-पिता दा सुपर हीरो | Parents Da SuperHero
Reviewed by Ritik Mishra
on
Sunday, September 22, 2019
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