संसार में ऐसा कोई नहीं हैं -There is no such person in the world

संसार में ऐसा कोई नहीं हैं -There is no such person in the world |

संसार में ऐसा कोई नहीं हैं

याद रखों हम दूसरों से सदा यही चाहते हैं और आशा रखते हैं कि सब लोग हमारा भला करें| हमें सुख पहुंचावे, हमारा अहित कोई भी न करे | बस, तुम जो चाहते हो वही दूसरों के साथ करना आरंभ कर दो | तुम्हारी दी हुई भलाई अनन्त गुनी होकर तुम्हारे पास वैसे ही लौट आयेगी जैसे खेतमें थोड़ेसे बीज बोने वाले को अनन्त गुणा होकर अनाज प्राप्त होता है |

जिसे अपने अनुकूल बनाना हो, हमें पहले उसके अनुकूल बनना चाहिये | उसकी भर्त्सना, समालोचना न करके उससे प्रेम करना चाहिये और उसकी अच्छी बातों का ह्रदय से तथा वाणी से समर्थन करना चाहिये,

सकी सेवा तथा उसका हित करना चाहिये | जब उसके मन में आपके प्रति आदर, प्रेम और सदभाव उत्पन्न हो जाय, तब उपदेश के रूप में नहीं, परामर्श के रूप में उसे अच्छी-अच्छी बातें कहनी चाहिये | उपदेश से काम वहाँ होता है जहाँ श्रद्धा होती है; नहीं तो उपदेश से काम नहीं हुआ करता |

संसार में ऐसा कोई है, जिसमें कोई दोष न हो अथवा जिससे कभी गलती न होती हो | अतएव किसी की गलती देखकर जलो मत और न उसका बुरा चाहो | अपनी गलतियाँ देखो और उन्हें सुधारने की सतत चेष्टा करो | दूसरों को देखना हो तो उन्हें उन्हीं के द्र्ष्टि कोण से और उन्हीं की परिस्थिति में पहुँचकर देखो, फिर उनकी गलतियाँ उतनी नहीं दिखायी देंगी | पहले अपना सुधार करो | तुम्हारा सुधार हो गया तो जगत का एक अंग अपने आप सुधर गया |

याद रखो---- मन में भय, अशांति, उद्वेग और विषाद को स्थान न दो | भगवान की द्या अथवा आत्मा की पवित्रता और नित्यता पर विश्वास रखकर सदा शांत, निर्भय और प्रसन्न रहने का यत्न करो |

  [full_width]
संसार में ऐसा कोई नहीं हैं -There is no such person in the world संसार में ऐसा कोई नहीं हैं -There is no such person in the world Reviewed by Ritik Mishra on Tuesday, July 16, 2019 Rating: 5

3 comments:

Powered by Blogger.